लीडरशिप स्किल्स पर आधारित एक इंटरैक्टिव एक्टिविटी में सभी प्रतिभागियों को टीमों में बाँटकर पोस्टर और भाषण गतिविधि करवाई गई, जिससे उन्हें टीमवर्क, समय प्रबंधन और प्रभावी संवाद की शक्ति को समझने का अवसर मिला।
ट्रेनर ने “लीडर और फॉलोअर” के बीच का अंतर भी बहुत सरल भाषा में बताया – एक प्रोएक्टिव व्यक्ति स्वयं निर्णय लेकर आगे बढ़ता है, जबकि रिएक्टिव व्यक्ति केवल परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया देता है।
सेशन के दौरान ट्रेनर ने एक्शन प्लान पर ज़ोर दिया – सर्वेक्षण, विश्लेषण, योजना, कार्य और मूल्यांकन। ट्रेनर ने बताया कि यदि इन पांचों में से एक भी हिस्सा कमज़ोर हुआ, तो लक्ष्य तक पहुँचना मुश्किल हो सकता है।
इसके अलावा जब दूसरों को उठाओगे, तो खुद भी ऊपर उठोगे,और जब दूसरों को झुकाओगे, तो खुद भी झुक जाओगे जैसी बातें एक्टिविटी के साथ समझाई इसके साथ-साथ दैनिक जीवन में कामों के सही वितरण और कंट्रोल पावर बनाए रखने पर ज़ोर दिया, यह भी कहा कि असफलता के बाद निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि यह समझना चाहिए कि असफलता क्यों हुई और उसमें सुधार कैसे लाना है।
“आई एम द बेस्ट” में विनर बने अर्क पीयूष पांडे और रनर अप का अवार्ड मिला मीत पटेल को, बेस्ट पार्टिसिपेंट की विनर बनी खुशी अग्रवाल और बेस्ट पार्टिसिपेंट रनर अप बनी रिया यादव, बेस्ट स्पीकर का अवार्ड मिला अनय सोनी को और मोस्ट ऐक्टिव पार्टिसिपेंट बने अनंत दुबे|
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में यूथ को अपने अंदर के हुनर को एक्टिविटी के माध्यम से बाहर लाने को मिला।
ट्रेनर नें एक अच्छा लीडर बने के सही तरीक़े बताए जिससे पूरे यूथ में एक अलग ही ऊर्ज़ा दिखाई दी।
संपूर्ण कार्यक्रम चैप्टर इंचार्ज जे.सी डॉ ऋषि पांडे ,अध्यक्ष जेसी रौनक बेंगानी और आईपीपी जे.सी अभिजीत अग्रवाल के मार्गदर्शन में सफल हुआ।